मैं भी माटी तू भी माटी... मैं भी माटी तू भी माटी... माटी का ही तो है खेल सारा... तुझे भी पता है मुझे भी पता है एक दिन इस माटी में ही है मिल जाना .... पर सोचा है तूने जाने से पहले इस माटी के लिए क्या करना है, अगर अंत में हमें इस माटी के भीतर ही है सुकून से सो जाना... माटी ही नही रही तो कैसे तू खायेगा... अच्छा,तेरी जिंदगी तो चल कट जायेगी अपने बच्चों के लिए कुछ बचा कर नही जाएगा.... धन देगा,दौलत से लाद देगा... पर क्या सोना चांदी पेट भरेगा... सोच भला अगर ये माटी ना रही तो कैसे जिंदा तू रहेगा.... जो रोटी तू खा रहा है माटी ने बनाया है, तुझे पता है इस माटी ने ही पेड़ों को सांसे दीं हैं, और उन पेड़ों से ही तो तुझे सांस लेना आया है.... सब माटी है, मैं भी तू भी, और माटी का ही खेल है सारा... बस यही एक धरती है अपनी तो इस धरती के लिए हमें है कुछ तो करके जाना.... माटी में है मिलना एक दिन तो उस दिन के लिए आज से ही माटी है बचाना.... मैं भी माटी तू भी माटी....🏞️ Go to Savesoil.org and Action now.... We only have this very plannet and depletion of soil a major issue we have to act now... Let's make it happen.... #savesoil #savesoilmovement #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqhindiwriters #mywritingmywords #mywritingmythoughts