#atthetop *बारहा उनकी *हासिद*इनायत ने कुछ जख्म दे डाले,और कुछ*तल्ख़ी-
ए-हालात ने जख्म दे डाले//१
*प्राय*ईर्ष्या *कृपा *कटुता
समझे थे अब रिश्तों की किश्तें अदा हो गई,क्या खबर थी,मुझे *एहसास_ए_जज़्बात ने जख्म दे डाले//२*मेहसुस की भावना
*चश्म *अश्कबार होते रहे,
और दिल भी आहें भरता रहा,मुझको ऐसे*उल्फ्ते_ #Live#Trending#writersofindia#nojotohindi#NojotoFilms#poetrycorner#shamawritesBebaak