जो भरम था मेरा वो भरम अब टूट गया लोगों के चेहरों पर लगा मुखौटा गुम गया घर की चौखट के भीतर ही अपना था वो चौखट लांघते ही हर रिश्ता वो भूल गया ©प्रतीक सिंघल 'प्रेमी' #mukhota #bhram #cokhat #Rishta #Shaayari #quaotes #प्रेमी #प्रेमी_की_प्रेममाला शायरी हिंदी में शायरी दर्द