कभी , आंखों से समंदर बहा के देखो, धुंध में भी किनारे, दिख जाते है, आंखे इतनी साफ होतीं हैं, की, हर शक्श के इशारे, दिख ज़ाते हैं, उम्मीद जो लगाते हो, तुम हर बार लहरों को देख, तबाही पास ही होती है, पर, उनके मंज़र कहीं छिप जाते हैं। कभी, आंखों से समंदर बहा के देखो..... -अनिमेष सिंह ©Ani Singh #Light #tears #Emotiom #emotional #life #experience #expectation