हाँ, ये सही है कि माँ पर लिखते लिखते अल्फाजो की कमी पड़ जाती है लेकिन पिता पर लिखते वक्त मेरी कलम हमेशा ही लड़खड़ा जाती है ©Pratik Singhal " Premi " #मेरे_पिता_मेरे_मित्र #मेरे_पिता_को_समर्पित #प्रेमी