हममें छिपी उनकी छबि है साथ उनके हमारी जिंदगी है! हमारी उलझनों को उन्होंने प्यार से थामा है अफसाने अपने सुना के नई राह दिखाई है उंगली पकड़कर उनकी आसामां देखा है जो मिलेगा ना कभी ऐसे सपने सजाए हैं ठोकर कभी ना देना उनको पिता है वो उनके सीने में भी मां के जितना ही प्यार है! ©VAniya writer * हममें छिपी उनकी छबि है साथ उनके हमारी जिंदगी है! हमारी उलझनों को उन्होंने प्यार से थामा है अफसाने अपने सुना के नई राह दिखाई है