वाह री सखी हमसे का वैर रहा,काहे छिपाए बैठी हो ,, छम्मक छल्लो सी नाचती तुम टिक टोक पर रानी बनी बैठी हो। बड़ी मासूमियत से मेरी सखी ने कहा मुझसे ,,, अरे जिज्जी मैं लड़का हूं, का मजाक कर बैठी हो।। कवि अकेला 13 जून 2020 #Light छम्मक छल्लों बने गया भाई