दुनिया से परे जन्नत के आगे हमने भी बांधे थे मन्नत के धागे वो रुख़सत हुए यूँ हमसे पल्ला छुड़ाके बेजान से रह गए मन्नत के धागे... ♥️ Challenge-769 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।