जो मेरा दोस्त भी है,मेरा हमनवा भी है मेरी नजर में वो पत्थर भी है,मेरा खुदा भी है पूजते है जिस दोस्ती को,वो दोस्त अज़ीज़ भी है नींद भी है और ख़यालो का ज़लज़ला भी है शायरी की महफ़िल में नाम आया जो मेरा पूछ लेना रमन से के कभी मुझसे मिला भी है? हमारी दोस्ती में लाख खुशियां होगी, यह भी बता देना के क्या कोई गिला भी है हमने तो लिख दिए चंद शब्द आपके नाम क्या आपने डायरी में हमारा नाम लिखा भी है? सीमा #for #Love #Dosti #true #happyfriendshipday Rami😘😘😘