Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम्हारी यादों की शमा, जब भी जलती है..! ज़िन्दगी ग़

तुम्हारी यादों की शमा,
जब भी जलती है..!

ज़िन्दगी ग़म के साये में,
पल पल ढलती है..!

ख़्वाबों की एक रेल,
अनंत गति से चलती है..!

अरमानों की अर्थी तेरे शहर,
तेरी गली से निकलती है..!

मोम की तरह ज़िन्दगी,
यूँ ही पिघलती है..!

©SHIVA KANT(Shayar)
  #Chhuan #yadonkishama