सास बहु की लड़ाई तो सदियों से चली आई कोई नई बात रोज सुनने मे आई कही सास ने मारे ताने, कही बहु ने की पिटाई बेटे को बहु के पल्ले बांध दिया तो कउ आफत आई हक़ दे दिया पत्नी का तो मत करो उसकी बुराई स्वागत तो दीप जला कर किया फिर कउ अच्छे पन का नाटक किया क्या लेकर आई, मायके वालों पर तानो की बौछार कर, बेचारी को कउ रुलाई, पैसे वाले हो तो कउ भिकारी जैसी नीयत दिखाई बहु भी आज कल की कम नहीं, अलग रहने की रट लगाई, सेवा ना करो मगर रोटी तो बना कर खिला सकती हो, इस बुढ़ापे मे कउ इनकी लुटिया डुबाई माँ बाप के पास इतना साल रही, सास कउ रास ना आई कब खत्म होंगी ये लड़ाई, बेटों को सुननी पड़ती है दोनों की भाई, किस को नाराज करू, ये बात उसे समझ ना आई, प्यार से रहो मायका हो या ससुराल, सास भी कभी बहु थी ये जुमला ना भूल जाओ, जग करे सवाल? बेटा तुम भी जनोगी, वही history फिर repeat होंगी, ये कहानी कभी ख़त्म ना होंगी, ये बात मैंने आज आप सब को बताई 🙏🤔😁🤪 सास बहु की लड़ाई