.....आयी रौशन सुबह गैर सा हो गया देखते_देखते फिर रवां हो गया ..... मेरा गैरों से कोई ताल्लुक ही नहीं , एक अधूरी कहानी सुनी थी कभी, रेत आंखों में थे आह निकले नहीं , मैं तेरी आँखों का सूरमा हो गया। .....आयी रौशन सुबह..... #आयी रौशन सुबह गैर सा हो गया.....