दुआ कदम बढ़ते हैं जब आगे तो राहें साथ रखती हूँ, सदा माँ बाप की बूढ़ी निगाहें साथ रखती हूँ । थकन दुश्वार या भटकन की डर खलता नहीं कोई, सफर में बुजुर्गों की दुआएं साथ रखती हूँ । #unique love for parents