ज़िन्दगी से दोस्ती कर लीजिए, ज़िन्दगी को ज़िन्दगी कर लीजिए। खामखा क्यू रहे नफरतो की दीवारों में, क्यू ना तोड़कर उन्हें सजदा कर लीजिए। क्या रखा है इन कमबख्त दुरियों में, क्यू ना गले लगाकर किसी का गम बाट लीजिये। कुछ अपनी कहिये, कुछ उनकी सुनिए, इस तरह ज़िन्दगी के मसले हल कीजिये। #zindagisedosti