बेहना ये धागा तो एक रस्म है, तेरा प्यार तो मैं ने इस दिल मे सज़ा रखा है। तेरी बिदाई का जब तसब्बु करता हूं तो आंखें नम हो जाती है मेंने इस दिल को जंजीरों से बांधे रखा है हैपी रक्षा बंधन ©Geetkar Gauhar Ayub Etawi बन्धन दिलों के बन्धन #RakshaBandhan2021