ख़याले ज़िन्दगी । तुम्हारा ख़याल जैसे , सवाले ज़िन्दगी । तेरे ख़याल के सिवा , कुछ ना ख़याल है । इस दर्देदिल का क्या करूँ, बेमिसाल है । कुछ इस तरह से आन मिले, ज़िन्दगी को तुम, हर शै मे बस तुम्हारा ही , हुश्नो जमाल है । माना कि बेमज़ा थी , बिन तुम्हारे ज़िन्दगी , पर अब तो इस जुदाई मे , जीना मुहाल है । साक़ी की इसमे क्या ख़ता , मै खुद बहक गया , लेकिन पिला के भूल गए , ये मलाल है । एक मैं ही नहीं , सैकड़ों , दीवाने हो गए , उस शोख़ की निगाह मे , गोया कमाल है । शायद न आते प्यासे , बज़्मे यार से ,"फिराक़", कहता वो क़ाश, इस जगह , पीना हलाल है । #yosimwrimo में आज लिखें। #तुम्हाराख़याल इसके क्या-क्या रूप हैं। #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi