Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat मेरी हर ज़िक्र में बात है तुम्हारी। क्या तुम्हारी बात में ज़िक्र है हमारी? मेरी बातो मेवभि फिक्र है तुम्हारी। क्या तुम्हारी बातो में फिक्र है हमारी? मेरे अश्कों में नाम है तुम्हारा। क्या तुम्हारे अश्कों नाम था मेरा? मेरी यादों में याद थी तुम्हारी। क्या तुम्हारी यादों में कही थी मै? मेरी हसी में भी मुस्कान थी तुम्हारी। क्या तुम्हारी हसी में भी कही मै थी? मेरे हर एहसास में तुम्हारी हरारत थी क्या तुम्हे इतना भी एहसास हुआ? मेरे हर वादे में हाथ थ तुम्हारा। क्या तुम वादा का एहसास था? मेरे हर लफ्ज़ तुमसे शुरू थे। क्या तुम्हारे लफ्ज़ मुझ तक पहुंचे। मेरे हर जैजबत्त में तुम मजूद थे। क्या तुम्हारे जैजबत्त में थी कही? मेरे अक्स में तुम नजर आने लगे। क्या तुम्हारे अक्स में में थी कही? अनजाने सवाल लिए दिल में बसते गए। इन सवालों के जवाब देने के लिए तुम हो? हर दुआ में जिक्र है, तुम्हारा🤲.... 💞 #alfaz_e_zindagi #yqhindi #dua #sad #YourQuoteAndMine #aakvi Collaborating with alfaz_e_ zindagi Collaborating with saumya Collaborating with Aakash Collaborating with Aakash Written by Harshita Dawar ✍️✍️