आप सभी से दिल से माफ़ी चाहते हैं ❤❤🙏🙏😔😔❤❤ हो सकें तो माफ़ कर दीजियेगा चलते हैं दुआओं में याद रखना 💌💌🙇♂️🙇♂️💌💌 हम्म!! ये दो कलर वाले फूल देख रहें bg पे, अपने ही गमले का है.... ठीक ऎसी ही इस प्रकृति के हर जन प्राणी पादप वस्तुएँ , सजीव -निर्जीव,अच्छे-बुरे, गुण-दोष, सकारात्मक-नकारात्मक आदि आदि के रूप होते है..!!और दोनों कलर का अपना एक अलग-अलग विशेष होता है....!!😊😊 लेकिन इसका मतलब ये नहीं की एक कलर दूसरे कलर को दबोच ले, हंथिया ले, दूसरे कलर की अस्तित्व को समाप्त करने की कोशिश करें ..!!नहीं अग़र ऐसे करना था तो एक ही पौधे के एक ही तने से, एक ही कली में फूले क्यों..?? अपना अलग से अस्तित्व बनाते, किसी को नीचा दिखा के,, किसी के लिए अपशब्द कहके,, किसी के संकिर्णता वाले विचार से ग्रसित हो....बिना कोई सोचे समझें आपकी जब आचरण पे ही प्रश्न चिन्ह उठाये,,,,,तो मन कितना दुखता है ये तो वहीं जाने,,,,जिस पर बितता है,,,,,, ये अभी नहीं बहुत पहले से झेलते आ रहा हूँ,,,,,!!!रोज रोज की टॉचर की वज़ह से अब बर्दास्त से बाहर हो गई,,, तो न चाहते हुए भी ऐसा करना पड़ा..??आप लोगों की कोमल भावों को क्षति हुई इस बात का बेहद खेद है 🙏🙏 🌺🌺🌺🌺🌺 अब आपका ये सवाल रहेगा कि कुछ लोगों की वज़ह से दूसरे जो अपने है उसको क्यों तकलीफ दिये..?? 🌺🌺🌺🌺🌺 हम्म..!!ये भी आपका वाजिब सवाल है.....,,, हमनें भी बहुत सोचा कि ऐसे क्यों करुँ,,, तो कुछ बातें दिमाग़ पे आया कि,,,, जिनके मन और वाणी किसी के ग़ुलाम हो गए है वो अपने ही है 😊😊.... उनकी ईज्जत और कर्मो को छुपाना बहुत ज़रूरी है,,,,, क्यों कि वो आप लोगों के साथ किसी न किसी से करीबी रिश्तों में जुड़े है,,,,, तो उनको कुछ कहना सीधा आप अच्छे लोगों के साथ अपनी रिश्तों की मूल्यता को खोना था भोले....🙏 जो हम हरगिस नहीं चाहते!!!!समझ रहें हो हम क्या समझाना चाह रहें है यँहा पे,,,, गुड!!गुड़!!समझ गए आप ☺️☺️,,,,,हम अकेले नहीं है जो ऐसे असामाजिक तत्व से परेशान,,, आपमें से भी बहुत लोग होंगे,,,,!!और निश्चित रूप से आपमें हमसे ज़्यादा बहुत ज़्यादा धैर्य और समझ शक्ति है जो आप इसे हैंडल कर सकते है.....😇😇..... लेकिन हम तो अभी अबोध बालक है,,,जिसने हमेशा से सबका सम्मान और साथ का अनुयायी रहा है,,,,,, उस पर ऎसी प्रवाह होना बेहद निराशाजनक था!!!