चाय सा इश्क़ एक रोज बैठा मैं जो तेरा हाथ थाम कुछ याद ज़रा आने लगा मुझे उस शाम ये इश्क़ ज़रा जाना पहचाना सा है ये इश्क़ तो तेरा मेरी चाय सा है Pls read full content on my caption चाय सा इश्क़ एक रोज बैठा मैं जो तेरा हाथ थाम कुछ याद ज़रा आने लगा मुझे उस शाम ये इश्क़ ज़रा जाना पहचाना सा है ये इश्क़ तो तेरा मेरी चाय सा है