निर्विचार चेतना हूँ मैं, चैतन्य हूँ मैं, चित्त की अनेक दशाएं हूँ मैं.. न मैं भोगता हूँ , न मैं करता, बस साक्षी हूँ, द्रष्टा हूँ मैं.. सूक्ष्म अति सूक्ष्म हूँ, विराट हूँ मैं, कभी आकाश, कभी सागर हूँ मैं.. ध्यान की अवस्था में हूँ केंद्रित, बोध हूँ मैं, बुद्ध हूँ मैं.. निर्विचार चेतना हूँ मैं- #meditation #thoughtless #yqbaba #yqdidi #yqphilosophy #spritual #philosophy #yqtales Pic credit- Google