Nojoto: Largest Storytelling Platform

हर्फ़-दर-हर्फ़, वरक़-दर-वरक़, पढ़ा है मैंने उसे, फिर भ

हर्फ़-दर-हर्फ़, वरक़-दर-वरक़, पढ़ा है मैंने उसे, 
फिर भी इन दूरियों का सिलसिला न पढ़ पाया...

©Prashant Shakun "कातिब"
  *वरक़ - पन्ना  
*हर्फ़  -  अक्षर, वर्ण

#pshakunquotes  #प्रशांत_शकुन_कातिब 
#life_experience

*वरक़ - पन्ना *हर्फ़ - अक्षर, वर्ण #pshakunquotes #प्रशांत_शकुन_कातिब #Life_experience

2,208 Views