तो धधक उठती है हर नारी, बन ज्वाला सी आत्मसम्मान,निज स्मिता की बलि नहीं चढ़ने देती ये न्यारी सी। है सुकोमल ,सहृदय -सुकुमारी सी, पर हमेशा न रह पाती बन अबला नारी सी। यूं ना कुरेदो इसे,बन जाये ये जलती अंगारी सी, मान सम्मान का प्रश्न जो आये, तो बन जाती ये क्रांतिकारी सी। क्योंकि है समाज में ये भी प्यार ,सम्मान और हक की समान अधिकारी सी , ©Alpita MishraSiwan Bihar #BanditQueen #Bandit Queen R.D. Akshay Manral gaming with a K Ram Bhajan Chauhan Rohit Pal surendra kumar maurya