की धूप पड़े उस पे तो तुम बादल बन जाना अगर चल पड़े वो किसी राह पर तो तुम उसका साया बन जाना की उसी जगह पर जहां कई रास्ते मिलेंगे पलट के आए मेरी जान जहां तुने हमें अकेला छोड़ा वहां सबसे पहले तुझे हम मिलेंगे ना जाने मेरी याद में उसकी आंखे क्यों छलकती है पता नही वो बिना बात मुझ पे क्यों बरसती है ©Sk #spark