वह दौर आ गया जब ईमानदार का ईमान बेइमान बताया जाएगा, खामोशी का आलम झूठे का पर्दा लिए अच्छाई का फायदा उठाएगा, वह अच्छा था और अच्छा ही रह जाएगा अपनी अच्छाई का सबूत बुरी तरह से दे जाएगा, जब भी रखो अपने हक की बात ओ खुद को बुरा ही बतला कर बुराई का इल्जाम लगाएगा ईमानदार का ईमान बेइमान ही बताएगा वह अच्छा था और अच्छा ही रह जाएगा खुदगर्ज जमाने में अब कोई हमदर्द ना बन पाएगा, जिस से मिलो वह सरदर्द ही बन जाएगा वह अच्छा था और अच्छा ही रह जाएगा।। ✍️*तृषा मधु*