#यादों के पन्नों से-४" ऐसे ना चुराओ मुरली, तुमको सीने में छुपा लूंगा। कहाँ जा रही हो राधे, तुमको मधुवन में बुला लूंगा। ऐसे ना चुराओ मुरली, तुमको सीने में छुपा लूंगा। जीवन के पलों में,तुमको ऐसे मैं उतारुंगा।