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जो निगाहों से अपनी शहर में,कई कत्ल कर चुके थे, मेर

जो निगाहों से अपनी शहर में,कई कत्ल कर चुके थे,
मेरी नज़्म सुनते ही आत्मसमर्पण कर चुके है।
कभी कहते थे जो ,कभी इश्क़ न होगा उन्हें,
आज कहते है उनके दिल में हम घर कर चुके है।
- आर्यावर्त वेद प्रकाश
(शुभ प्रभात) Satyaprem Mukesh Poonia Vishu Jariwala Rajat Kumar Vinay Prakash Shastri
जो निगाहों से अपनी शहर में,कई कत्ल कर चुके थे,
मेरी नज़्म सुनते ही आत्मसमर्पण कर चुके है।
कभी कहते थे जो ,कभी इश्क़ न होगा उन्हें,
आज कहते है उनके दिल में हम घर कर चुके है।
- आर्यावर्त वेद प्रकाश
(शुभ प्रभात) Satyaprem Mukesh Poonia Vishu Jariwala Rajat Kumar Vinay Prakash Shastri