माना कि आजकल खुशियां अपनी ही कीमत के तले दब कर ऊंचे दामों पर बिक जाती है फ़िर यूं कहने को तो जिंदगी एक मरहम ही है लेकिन जनाब दुख अपने उसूलों के साथ दरवाज़े पर दस्तक देती है तो कभी किसी कोने में सिमटी हुई दिल की आरज़ू धड़कन बढ़ा देती है और बगिया फिर से गुलजार होकर अपनी राह बना लेती हैं! क्योंकि जिंदगी आखिर एक दास्तां है🖤 सेजोल नायक again a reply to your poke didaa!🌻 #hindimicropoetry #musingsoflife #talesoflife #baithebaithebasyounhi #randomscribbles #life #eveningthought #kratisha