हां हकिकत है निंद तो तब भी नहीं थी, जब मेरे ख्वाबों मे तेरी यादें नही थी। तन्हाईयां तो तब भी थी, जब तू मेरे धड़कनों मे नहीं थी। माना कि रोए तो हम तब भी थे, जब तूम्हारा इन पलकों पर बसेरा नहीं था। इस दूनिया से हम तब भी उतने ही बेखबर थे, जितना कि तूम्हारी सांसे मेरी सांसो से थी। बेशक अंधेरों में तब भी आंसू बहाए हमने, जब तूम मेरी अंधेरी दूनिया से बेखबर थी। सच तो यह भी है कि खौफ मूझे तब भी था किसी के खोने का, जब हमने तूम्हे पाया भी नहीं था। फर्क सिर्फ इतना है कि पहले यह सांसों के थम जाने कि वजह थी, और अब यह जीने कि वजह बन चूकी है। #morningvibes #thoughtsofday #shayarlife #hindiblog #yqhindi #yqlife #yqdidi #yqbaba