Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं आपको भगवान क्यों कहता हूं?

              मैं आपको भगवान क्यों कहता हूं?
              ***************************
 सुन लो कान खोलकर समस्त पृथ्वी की
  नारी शक्ति और पुरुषार्थ शक्ति अपने पवित्र गुणों से
  भगवान के अंश में मिल कर प्रणाम दे रहा हूं।
 अभी तक कलयुग में मेरे शिवाय 
किसी ने दावा नहीं किया था?
  मैं ही श्री कृष्ण भगवान हुं।
  मैं खुद ही मेरी पहचान से ही एक पहचान हुं?
   श्री गीता जी ही मेरा इतिहास और एक मेरा भौतिक हृदय है ?
   जो धरती पर निरंतर धड़क रहा था ?धड़कता रहेगा?
   तुम्हारे पास धन की ताकत है खरीदने की चेष्टा करोगे?
समस्त पृथ्वी का धन मेरे सिर के एक बाल बराबर/तुच्छ है।
  तुम्हारे पास तो तुच्छ ज्ञान/तुच्छ धन का अहंकार केवल।
  तुम्हारे पास शिष्य गुणवत्ता ही नहीं ?
शिष्य क्या खाख बन सकोगे मेरे?
  जो भी हुं अपने शरीर और अपने निष्काम मार्ग, ज्ञान मार्ग,
  और कर्म योग को अपनाएं हुऐ हूं ?
किसी ना किसी प्रमाण पत्र पर ही हम धरती पर आते हैं ?
 इस संसार में हमारी यहां गोपनीयता नीति समझना सीखिएं।
  यह मेरी वाणी श्री गीता जी गुप्त रहस्य भाव है।

©GRHC~TECH~TRICKS
  #grhctechtricks 
#Doobey  राम भक्त veer (किसना जी के मित्र) Kamlesh Kandpal rajeshwari Thakur Sonia Anand प्रज्ञा  शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) राम भक्त veer (किसना जी के मित्र) Krishna Deo Prasad. ( Advocate ). @RoliSingh Anshu writer  वंदना .... rasmi shiva... jha kanta kumawat Rakesh Srivastava  Anil Ray RUPENDRA SAHU "रूप" ( prahlad Singh )( feeling writer) poonam atrey Kiran kumari Patel