एक सपना संग लेकर चला आया हूँ मैं..... अपनो को दुर छोड़ आया हूँ मैं..., सुना है यहां से चलती है हिन्द की सल्तनत..... इसी सल्तनत का सुल्तान बनने आया हूँ मैं..., कुमार पाल आदित्या