मैं ना मिलूं तो वो भी मुझे ढूंढता नहीं, मैं ना बोलूं तो वो भी मुझसे बोलता नहीं। यूं तो हज़ार सवाल और जवाब होते हैं मन में, मगर सिर्फ़ खामोशियां ही रह जाए तो बयां कैसे करूं वो कहता है बहुत शिकायतें है तुमसे, मेरे पूछने पर कुछ कहता भी नहीं अब मैं क्या करूं उसे लगता है मुझे उसकी फिक्र नहीं, वो नादान समझता ही नहीं मैं पूरी रात बस उसी को सोचती रही। ©Ruhi apni har mushkil me maine khud ko tanha paya hai,,,