लिखते रहेंगे ख़ामोशी से, लबों से कुछ न कहेंगे, हम तो दरिया हैं जनाब आँसूओं के, बहते रहेंगे। वादे से मुकड़ाता नहीं ,ईमान का शौदा न करेंगे, ज़ुल्म-ओ-सितम चाहे जितना करो,सहते रहेंगे। #nojoto #shayari #thought #writer #jitenrawat #लिखते रहेंगे #ख़ामोशी से, #लबों से कुछ न कहेंगे, हम तो #दरिया हैं जनाब #आँसूओं के, बहते रहेंगे। #वादे से #मुकड़ाता नहीं ,#ईमान का #शौदा न करेंगे,