एक हलक से गिरा मेरे, सांसों का आखरी कतरा, जान जाने तक बस तेरा ही नाम लिया होगा.. वो बोल पड़ा की मैं कब तलक तेरा साथ दूं, कम से कम तेरी याद आने तक लड़ा होगा.. m@ ©M@nish £um@® #जाने कब तक लड़ा होगा#