आंखे खुले तो दिदार तेरा चाहता हूँ बंद रहे तो लाडली ख्वाब़ तेरा चाहता हूँ इतनी आदत मैने लगायी है तुम्हारी खुद की सांस चलने के लिए सांस तेरी चाहता हूँ #कवि_होकर_जुदा_तुमसे_सोचों_कभी_कैसे_जीते_है #तू_नादानी_करती_है_लाडली_जलन_होती_है_बहुत_सच्ची