तेरा हाथ भी नहीं छोड़ा मैंने जमाने से मगर रुख भी नहीं मोड़ा मैंने में मजबुर था तुझे छोड़ भी नहीं सकता था कायर नहीं था, जिंदगी से मुख मोड़ भी नहीं सकता था। #narendranandini