राह है हिंदी डगर है...हिंदी गंगा में बहती लहर है...हिंदी नगर है हिंदी निगम है हिंदी रस छिंद का सागर भंवर है...हिंदी, भाव है हिंदी लगाव है हिंदी रामधारी दिनकर जी के कलम का धूप और छांव है...हिंदी देश है हिंदी स्वदेश है हिंदी हिंदुस्तान का रंग रूप भेश है...हिंदी जन गण है हिंदी कण कण है...हिंदी भारत की भाषा का तन मन है...हिंदी -रोhit Singh #Hindidiwas #हिंदीदिवस2020 #हिंदी #हिंदीदिवसकविता #रोhitsingh