आज कोई रोया है, मुझे बताने के एवज में। मैं खुद के धुन में था, इतना मग्न। कि आज कोई रोया है, मुझे समझाने के एवज में। क्या हो रहा है मालूम न था मुझे। कि आज कोई रोया है, मुझे मनाने के एवज में। इतना खुदगर्ज था मैं, या फिर खुद में था मैं। कि आस पास हो क्या रहा है, मुझे मालूम न था। कि आज कोई रोया है, मुझे बताने के एवज में। shayari & motivatt www.motivatt.com #Weeping