सुनलो विनती कन्हैया हमारी , नहीं तो डूब जाएगी नैया हमारी .... कौन किसका अपना कौन पराया कितना, थोड़ी देर सही अब समझ हैं आया जब स्वार्थ से सबने अपनाया बेमतलब तो सबने है मुझे ठुकराया , अहो भाग्य हमारा जो नाउम्मीद सी जीवन मे नियति ने कन्हैया से मिलवाया चाहें दुःख हो या हो सुख हाल_ऐ_दिल मेरा तुम्हें ही बतलाया ❤️❤️ ©Vidya Jha #DearKanha