के फांसले थे बस हमदोनों के बीच में चाहतीतो बढ़ासक्तिथि कदम ये तेरे योर छूसक्तिथि एकबार फिरसे तुझे मगर अचानक याद आया इस खांई में तुनेही तो धकेलाथा ना मुझे ll -Miss Unknown Challenge-132 #collabwithकोराकाग़ज़ शब्दों के साथ चार क़दम चलिए और जो मन में आए लिखिए, कोई शब्द सीमा नहीं है :) #चारक़दम #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️ #miss unknown