Unsplash रोज़ रोज़ अगर चाहत जतानी पड़े उल्फ़त घुट-घुट कर निभानी पड़े छोड़ देना फिर ऐसी मोहब्बत को जिसमे हर रोज़ कसम खानी पड़े बताओ यारी ऐसी क्या यारी हुयी जिसे हर बात लफ़्ज़ों में बतानी पड़े वो रिश्ता भला क्या रिश्ता हुआ दूरी जिसमे किसी दिन बढ़ानी पड़े दिल में अँधेरा कभी ना होने देना चाहें ख़्वाहिश हरएक जलानी पड़े माँ को ग़मज़दा ना करना विश्वा चाहें ख़ुशी कहीं से भी लानी पड़े ✍🏿 विश्वा :^) ©broken heart(analystprakram) #traveling sad status sad images sad shayri sad status in hindi sad shayari