दोगलापन ही तो था ये उस शहंशाह का ही जिस ने, एक ओर मोहब्बत, दूसरी ओर नफ़रत के बीज बोये, मोहब्बत का उड़ाया था मज़ाक,साथ में हरम रख के, काँपी भी नहीं रूह, यों ही मज़दूरों के हाथ काट दिये। कोई कहता है ताजमहल अमर प्रेम की निशानी है। तो कोई कहता है ताजमहल ग़रीबों की मोहब्बत का मज़ाक़ उड़ाने के लिए बनाया गया। तो कोई कहता है यह इंसानी संघर्ष की गाथा है। तो कहता है यह शोषण की कथा है। आपके लिए ताजमहल क्या है। लिखें। #ताजमहल #sevenwonders #yqdidi #challenge #YourQuoteAndMine