दूसरों को हरा देना कोई बहादुरी नहीं, "स्वविजित "बहुत कम है इस संसार मे. खुद का शरीर भी कुरुक्षेत्र से कम नहीं, कृष्ण उवाच "लड़, क्या रखा है जीत और हार में ©Kamlesh Kandpal #kurukshetra