जो न होना था... आख़िर वो हम होने लगे, तेरे इश्क की पहलू में इस कदर हम खोने लगे, जिसे देख लोग हमें पागल असग़र समझने लगे, और सारे ग़म से बेखबर... बेहतर हम उभरने लगे। असग़र: devotee Initial feelings of love