दौरे मोहब्बत हमने हर किसी शख्स कि,मोहब्बत को बिकते देखा है। किस्मत को इल्ज़ाम दे,खुदा का नाम लिखते देखा है।। रिस्ते बना कर भी निभाने का,हौसला नही जिनमे। उन्हें समझौते ज़िन्दगी में,घुन की तरह पिसते देखा है।। किस्मत को इल्ज़ाम दे,खुदा का नाम लिखते देखा है।। छोड़ जाते हैसियत देखकर,हमसफर को सफर में। मुकम्मल ख्वाइशों पे,खुशियों को खिसकते देखा है।। किस्मत को इल्ज़ाम दे,खुदा का नाम लिखते देखा है।। बस याद बन के रह जाती है,फ़रेबी मोहब्बत सबकी। हमने लम्हो के पत्थर पे,आनन्द को घिसते देखा है।। किस्मत को इल्ज़ाम दे,खुदा का नाम लिखते देखा है।। ©Anand singh बबुआन #proposeday sandhya maurya sandhya maurya Alpana Sharma