आखिर कौन दे रहा है अब हवा इस आग को, घुसपैठियों की तरह घुसा जो आधी रात को। विद्यार्थी वो जो रखें मोहब्बत तो किताब से, उत्पाती हैं बने क्यूं भड़का रहे जज़्बात को। जामिया एएमयू या जेएनयू की बात हो, बिखरी पड़ी है बू की मिल रही हवा बबाल को। हो गंदी सोच पर चोट , बिलबिलाता कौन है, नीच हैं वो देश से आगे रखते जो जात को। वो कर के लहूलुहान अमन दीवार ढूंढते , गर सुन सकें तो सुनें लेखनी कोहराम को। इस समर का कृष्ण कौन कौन अर्जुन व भीष्म है, चाले चल रहा शकुनी सारी घिस रहा धार को । दिख रहे रंग सुर्ख राजनीति के हर इक तरफ़ , 'बादल' अल्ल्लाह को किया बदनाम किया राम को। #kohram #politics #jnu #amu #jamia #nojoto #chalain #utpat #lahuluhan