सोचता हूँ मिला लूँ हर बरसती बून्द को अपने आँसुओ में पर इन आँसुओ से मिल सके ये हैसियत उन बूंदों की कहाँ। सुना था सागर में जाकर सारी नदियों का अंत हो जाता है पर नदियों का पानी रखकर वो बादलों को रोक सकता कहाँ। #lifequotes #mait #78thquote #eyes #love