जीते थे हम भी कभी शान से महक उठी थी जिंदगी किसी के नाम से मगर फिर गुजरे ऐसे मुकाम से कि नफरत सी हो गई मोहब्बत के नाम से #बदनाम_मोहब्बत tehzibasheikh👩💻 Nehu❤ कवि जय पटेल दीवाना OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की)