ये जो मेरी जिंदगानी है, वो तेरे संग बितानी है। तू ही मेरी चाहत है और तू ही मेरी कहानी है। दास्ताँ कुछ और नहीं, ये पल दो पल की कहानी है। तू सिला है मेरी चाहत का, मेरे प्यार की निशानी है। माना आशिक़ है लाख तेरे, दुनिया तेरी दीवानी है। खुशी है मुझे तेरी चाहत पे, कि तू मेरी ही दीवानी है। लफ़्ज़ों में बयाँ क्या करूँ, कुछ बातें तुझे बतानी है। खुशियों का ठिकाना नहीं, ये खुशियाँ बड़ी सुहानी है। है दुआ कि तू खुश रहे, तेरी खुशियाँ मुझे बढ़ानी है। मैं तेरा ही बनकर रहूँगा, आखिर तू मेरी ज़िंदगानी है। ♥️ Challenge-540 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।