शीर्षक- रामभक्त संकटमोचक जय हनुमान ----------------------------------------------------------------- (शेर)- नहीं कोई तुम सा बलशाली, महाबली हनुमान। तुम्हारे बिना है राम अधूरे, रामभक्त हनुमान।। --------------------------------------------------------------- रामभक्त संकटमोचक, जय हनुमान जय हनुमान। अंजनी सुत केसरीनंदन, जय हनुमान जय हनुमान।। जय जय जय जय जय हनुमान।---- (2) रामभक्त संकटमोचक ----------------------------।। शिवजी का अवतार है तू , अजर अमर हनुमान है तू। गदा- वज्र- ध्वजाधारी तू , महाबली हनुमान है तू।। पवनपुत्र- दशग्रीव दर्पहा, जय हनुमान जय हनुमान। रामभक्त संकटमोचक ----------------------------।। जय जय जय जय जय हनुमान।------((2) लक्ष्मण के तुम प्राण बचाने को,धौलगिरि पर्वत ले आये। करके असुरों का मर्दन तुम, रावण की लंका को जलाये।। सीता शोक विनाशक महावीर,जय हनुमान जय हनुमान। रामभक्त संकटमोचक --------------------------------।। जय जय जय जय जय हनुमान।------((2) कलयुग में भी सबके प्रिय हो, तुम बुद्धि प्रदाता हो। सागर पार कराया तुमने, तुम रामसेतु निर्माता हो।। सुवर्चला के जीवनसाथी, जय हनुमान जय हनुमान। रामभक्त संकटमोचक --------------------------------। जय जय जय जय जय हनुमान।------((2) शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #जय हनुमान जय हनुमान