गुनगुनी धूप में एक साया सा उभरा है निगाहों में उसका नक्श इस कदर उतरा है जैसे चाँद निकला हो सितारों के आगोश से आसमान भी काम ले अब कहो किस तरह होश से दिन और रात के बीच का फासला उसने बदला है गुनगुनी धूप में एक साया सा उभरा है... #गुनगुनीधूप #collab करें #yqdidi के साथ। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi।